'स्लीप डिवोर्स' एक ऐसा शब्द है जिसे अब तक कई लोग अनजान है. लेकिन अनजान में ही कई लोग स्लीप डिवोर्स का प्रैक्टिस करते हैं. दरअसल, जब दो लोग एक रिश्ते में आते हैं तो वह सबकुछ शेयर करते हैं. यहां तक कि एक कपल्स रात में साथ सोते हैं लेकिन कई बार ऐसा होता है कि कई कारणों से वह अलग-अलग सोना शुरू कर देते हैं.


हालांकि, कई बार कपल्स बिना लड़ाई के भी अलग-अलग सोते हैं. इसके पीछे कारण होता है कि वो अलग इसलिए सोते हैं ताकि वह अच्छी नींद ले सकें. आसपास के लोगों को लगता है कि कपल्स के बीच लड़ाई है तभी वह अलग-अलग सोते हैं लेकिन ऐसा कुछ नहीं है.स्लीप डिवोर्स रिश्ते को काफी ज्यादा बेहतर बनता है. आइए जानें स्लीप डिवोर्स क्या है? और यह कपल्स के लिए कैसे फायदेमंद साबित हो सकता है. 


स्लीप डिवोर्स क्या है?


'स्लीप डिवोर्स' शब्द सुनकर लोग अक्सर डर जाते हैं. जब कपल एक-दूसरे से अलग हो जाते है तब डिवोर्स हो जाता है. लेकिन स्लीप डिवोर्स में कपल्स सिर्फ रात में सोने के वक्त अलग होते हैं. इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं. जैसे- एक पार्टनर रात में काम करता है, या करवटें बदलते हैं ऐसे में कपल्स रात में अलग-अलग सोना ही पसंद करते हैं. अगर पार्टनर को स्लीप एपनिया या खर्राटे की आदत है या फिर नाइट शिफ्ट है तो ऐसी स्थिति में भी स्लीप डिवोर्स होती है. 


स्लीप डिवोर्स के क्या फायदे हैं? 


स्लीप डिवोर्स को कई लोग अच्छा नहीं मानते हैं लेकिन इसके फायदे अनेक हैं. कई बार नींद पूरी न होने के कारण चिड़चिड़ापन बढ़ जाता है. अगर कपल अलग-अलग सोते हैं तो उनकी नींद पूरी होती है. ऐसे  उनका हेल्थ भी अच्छा रहता है. 


कई बार ऐसा होता है कि कपल्स के बीच में पर्सनल स्पेस बेहद जरूरी होत है. तो ऐसी स्थिति में वह खुद के साथ कुछ वक्त बिताना चाहते हैं. ऐसे में जब वह अकेले सोते हैं तो उन्हें काफी अच्छा फिल होता है. 


हर एक व्यक्ति का एक स्लीप रूटीन होता है. उनका स्लीप साइकल उनके पार्टनर से मैच नहीं करता है. जिसके कारण उनके रिलेशन में कई तरह की प्रॉब्लम होने लगती है. जब वह अलग-अलग सोते हैं उनके बीच झगड़े भी कम होते हैं. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.